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Manzilen Apni Jagah Hain – Sharaabi
मंज़िलो पे एके लुटाते है
दिलो के कारवां
कश्तिया साहिल पे अक्सर
डूबती है प्यार की
मंज़िले अपनी जगह है
रास्ते अपनी जगह
मंज़िले अपनी जगह है
रास्ते अपनी जगह
जबा कदमा ही साथ ना दे
तो मुसाफिर क्या करे
यूँ तो हैं हमदर्द भी और
हमसफर भी है मेरा
यूँ तो हैं हमदर्द भी और
हमसफर भी है मेरा
बढ़के कोई हाथ ना दे
दिल भला फिर क्या करे
मंज़िले अपनी जगह है
रास्ते अपनी जगह
डूबने वाले को तिनके
का सहारा ही बहुत
दिल बहल जाए फकत
इतना इशारा ही बहुत
इतने पर भी आसमाँ
वाला गिरा दे बिजलियाँ
कोई बतलादे ज़रा
ये डूबता फिर क्या करे
मंज़िले अपनी जगह है
रास्ते अपनी जगह
प्यार करना जुर्म है तो
जुर्म हमसे हो गया
काबिल-इ-माफ़ी हुआ
करते नहीं ऐसे गुनाह
तगडीला है ये जहा और
सगादिला मेरा सनमा
क्या करे जोष-इ-ज़ुनू
और हौसला फिर क्या करे
मंज़िले अपनी जगह है
रास्ते अपनी जगह
जबा कदमा ही साथ ना दे
तो मुसाफिर क्या करे
यूँ तो हैं हमदर्द भी और
हमसफर भी है मेरा
बढ़के कोई हाथ ना दे
दिल भला फिर क्या करे.
Song Name | Manzilen Apni Jagah Hain |
Album / Movie | Sharaabi |
Star Cast | Amitabh Bachchan, Jaya Prada, Pran, Om Prakash |
Singer | Kishore Kumar |
Music Director | Bappi Lahiri |
Lyrics By | Anjaan |
Music Label | Sony Music India |